भजन-25
आनंदपुर वाले शाम धनी मने चस्का इक तेरी यारी का
ना ते मने मोटर चाहिए जी ना चस्का लाल फरारी का -2
1. मैं सीधा साधा भक्त सु बाबा तने मिलन ने आया सु
तेरे
दर्शन पान की खातिर तेरे दर आया सु
तू बिन
बोले सब कुछ दे दे सुन रखायाँ है दिलदारी का ना ते .........
*****