भजन -31
फूल खिले है रंग बिरंगे, गुलज़ारां आ गईयां
-2
आज भक्तां दे घर देखो मौजं बहारां आ गईयां
-2
1. मेरा सतगुरु नूर ईलाही है, ऐ नूरी ज्योत जगाई है -2
खुशियाँ दे विच नचो सारे, सरकारा आ गईयाँ -2
अज.......
2. ऐ धरती भाग सुहाई है मेरे सतगुरु फेरा पाया है -2
दो जग अंदर
चानन होया, ओ सरकारां आ गईयाँ -2 अज......
3. गुरां बूटी ऐसी पिलाई है, सबनां दी होश भुलाई है -2
रस पीले तूं भवँरा
बन के, गुलजारां आ गईयाँ -2 अज.........
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