भजन
-30
भक्ति का रंग चढ़ा भक्तों पर, सतगुरु का है
राज
ऐसा जाम है, पिलाया प्रभु ने, मस्ती से नाचे
आज
ओ पीके इनके नाम का प्याला, खुल गया है
किस्मत का ताला
महिमा इनकी महा विशाल, दर्शन करके हुए निहाल
ओ डेरा श्री आनंदपुर वाला, मन मेरा हो गया
है मतवाला
1. आज 20 सितम्बर दिन खुशियाँ लेके आये,
आये, आये
मेरे सतगुरु दाता, अर्शों से उतर कर आये, आये, आये
कितना प्यारा प्यारा है ये कितना भोला भाला हाँ हाँ
करके रहमत हम पर, हम को भव से पार उतारा
प्यासी रूहों को, प्यासी रूहों, किया निहाल ओ डेरा............
2. भक्ति का दर ये, हम भक्तों ने है पाया,
पाया, पाया
जन्मों से भटकी, रूहों ने अमृत पाया, पाया, पाया
जगमग -2 दीप जले है, गूंज उठी शहनाई
सारी संगत झूम-2 के, प्रभु को देवे बधाई
मिले सतगुरु जी, मिले सतगुरु जी मेरे भगवान ओ डेरा..........
3. दिन भागा वाला, अज दर्श प्रभु के पाए,
पाए, पाए
लासानी नजारा, सब भक्तो को है भाए, भाए, भाए
कितना सुंदर मुखड़ा इनका, कितनी मीठी बातें, वा वा
नुरानी है जलवें इनके, सबके मन को भाते
दास चरणों में, दास चरणों पे जाएँ बलिहार ओ डेरा...........
****