भजन -74
बल्ले बल्ले आशिका दी शान वध गई
मेरा हारावाला मेरे नाल नचया
1. नूरी नूरी मुखड़ा इसदा सोना चमका मारे
कोई तां
ऐनू वेख के लुट गए जद ए करे ईशारे
ऐता
चोरी-2 मेरे नाल हसया के अशिका दी.............
2. जो दीवाने इसदे सईयों ओता इस प्यारे
सबनु ए आज
नचावे मेहरा दे छट्टे मारे
बाह फड के
सबनू नचावदा के अशिका दी.............
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