भजन-72
आज खुशियों का हुआ मौहोल
मच रहा चरों ओर ये शोर
शुभ दिन आया है, दर्शन पाया है
1. मेरे सतगुरु की शान निराली
तीनों
लोकों के ये है वाली
गूंजे
जयकारों के ढोल कोयलिया बोले मीठे बोल...............
2. मेरा सतगुरु बड़ा उपकारी
भरता
सबकी झोली खाली
गूंजे
जय कारों के ढोल कोयलिया बोले मीठे बोल...............
3. आनंदपुर के ये है राजा
भक्तों
के है ये महाराजा
देते
संगत को दर्शन की मौज मच रहा चारों ओर ये शोर के शुभ..........
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