भजन
-34
गुरु का
प्यार है इतना प्यारा कम लगता है जीवन सारा
गुरु ने आज
संवारा जीवन ये हमारा
1. प्यार के एक पल-2 में है सो जीवन कुर्बान
प्यार कभी पाया न था तुमसे जो मिला
मेरी स्वासों में तुम रहते बनके प्राण की माला जीवन
है.............
2. तेरी आखों में देखा खुद को भूल गई
सुना था होते है भगवान देख भी लिया
तुझको देख के तुझको ही देखे और कुछ ना देखे ये आखे
दोबारा
जीवन है.............
3. अपना जीवन है जिया सबके लिए
सब को जीवन है दिया वाणी देकर के
वाणी का अमृत तूने पिलाया विषयों से बचाया जीवन
है.............
4. तेरी महिमा क्या गाए शब्द भी फीके पड़े
आँखे भी कुछ कह न सके आसूं है छलके
तुम ही बताओ कैसे गाए महिमा आज तुम्हारी जीवन
है.............
****