Friday, December 18, 2020

31. दास शुक्राने गुरु के गा

 

भजन -31

 

दास शुक्राने गुरु के गा तेरा मन झूम जाएगा

तू पूर्ण श्रद्धा जगा तेरा मन झूम जाएगा

 

1. जीवन की बगिया सुनी पड़ी थी, गुरु ने आ के खिलाई

ऐसी खुशबु भर दी है उसमे छाई है खुशहाली

ऐसा आनंद आया भरपूर तेरा मन झूम जाएगा दास........

 

2. दिल में विशालता देते समानता, ऐसा है भाग जगाया

मन की नगरी में राज कराया, अविनाशी आनंद पाया

मुझे मिल गया बिछड़ा मीत तेरा मन झूम जाएगा दास.........

 

3. अचरज रूप सतगुरु मिला है, अपना ही दर्शन कराया

दूजा भाव मिटाया गुरु ने, सच्चा भाव जगाया

मुझे हो गई गुरु संग प्रीत तेरा मन झूम जाएगा दास..........

 

 

****