Friday, December 18, 2020

26. मोहन से दिल क्यूँ लगाया

 

भजन -26

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने ।
छलिया से दिल क्यूँ लगाया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥

1. हर बात निराली है उसकी, हर बात में है इक टेडापन  ।
   टेड़े पर दिल क्यूँ आया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥

2. जितना दिल ने तुझे याद किया, उतना जग ने बदनाम किया ।
   बदनामी का फल क्या पाया हैं, यह मैं जानू या वो जाने ॥

3. तेरे दिल ने दिल दीवाना किया, मुझे इस जग से बेगाना किया ।
   मैंने क्या खोया क्या पाया हैं, यह मैं जानू या वो जाने ॥

4. मिलता भी है वो मिलता भी नहीं, नजरो से मेरी हटता भी नहीं ।
   यह कैसा जादू चलाया है, यह मैं जानू या वो जाने ॥

 

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