भजन -56
श्याम मोरे नैनन आगे रहियो
कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो
नाथ मोरे नैनन आगे रहियो
कन्हैया मोरे नैनन आगे रहियो
1. भव सागर में जीवन नैय्या
कोई नहीं
है मेरा खेवया
अबकी बेर
प्रभु डूब ना जाऊ
तू मोहे
पार लगैया कन्हैया मोरे.....
2. सब दर छोड़ तेरे दर आई
ऐ मनमोहन
मेरे कन्हाई
शरण पड़े
की लाज रखो हरी
इस जग को
नाथ बचइयो कन्हैया........
3. मरती बेर जग पीठ दिखावे
कोउ ना
कोई के संग में जावे
रुक रुक
प्राण कंठ जब आवे
तू मोरे
सन्मुख रहियो कन्हैया
मोरे..........
4. मीरा के प्रभु गिरधर
नागर
तुम हो नाथ दया के सागर
जनम मरण के बंधन काटो
मोहे दीना नाथ बचइयो कन्हैया मोरे
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