भजन
-39
बड़ा ओखा प्रभु प्रेम वाला राह सोच के चल मन वे
जे प्रभु दे मिलन दा चाह सोच के चल मन वे
1.
प्रेम
दे पुजारी पए गलियाँ च रुलदे
-2
वैरी बन जांदे ने अपने वी भुलदे -2
कोई प्रेम वाली गल ते सुना सोच के............
2. याद रखी प्रेम विच होश भूल जाएगी -2
होके मार-2 के जिंद नूँ रुलावेगी -2
अपना एक पल सुख दा न साह सोच के............
3. पागला दे वागूँ कदे रोना कदे हसँना -2
पुछया वी प्रेम वाला भेद नईयो दसना -2
भावें हो जाये जिंदगी तबाह सोच के............
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