भजन
-23
मांग लो सच्चे दिल से है भक्ति कुछ कमी इनके
घर पर नहीं है
इक इनके सिवा और कोई दूसरा देने वाला नहीं
है
1. अपना दामन फैला ना कही तू
तुझको दुनिया से कुछ ना मिलेगा
सिर्फ मालिक भरेंगे तेरी झोली दूसरा
देने............
2. बन्दे खुद गर्ज ना शुक्र है हम
केवल दुःख में ही उनको पुकारे
पर वह हम पर मेहरबान हर दम उसको हरगिज भुलाना नहीं
है मांग....
3. सब सहारे ठिकाने है झूठे एक सच्चा सहारा वो ही है
एक इनके क़दमों में रहना हमेशा, इनसे बेहतर ठिकाना नहीं
है मांग.....
4. सारी दुनिया को पानी समझ लो
कोई हर दम यहाँ ना रहेगा
नाता जोड़ो प्रभु से हमेशा, किसी ने साथ निभाना नहीं
है मांग......
5. कौन कहता है कि मालिक नहीं है
हम दासों की सुनता नहीं है
सच्चे दिल से पुकारों ऐ प्रमियों आये फौरन वो रुकता
नहीं मांग......
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