भजन -28
मेरे दाता दीन दयाल मैनूँ रख चरणां दे नाल
न डोले मेरा मन मेरी हर पल करी संभाल
कोई भी कली तेरी मुरझाए न
तेरे भक्तां नूँ किसे पासे वी कमी आए ना
1.
तेरा
हाँ मैं तेरा ए कहना सोखा है -2
पर तेरा बन के रहना बड़ा ही ओखा है -2
तन विच शक्ति देओ मन विच विश्वास जी
बन के रवां मैं तेरे चरणां दा दास जी कोई वी
कली............
2. जेड़ा मैनूँ मान देवे तेरा ही मान समझा -2
तेरी मेहरबानियाँ दा किस कदर अहसान समझा -2
मेरे शहंशाह, मेरे बादशाह कोई वी कली............
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