भजन -42
पाकर सुंदर दर्शन तेरे दिल है हर्षाया
मेरी बेचैन रूह को अब करार आया
1. तेरा दर्शन मेरे जीवन की सबसे उत्तम पूंजी है
कुछ भी ना मिले मुझे भगवान तेरा दर्शन जरुरी है
अब तो जो कुछ भी मैंने पाया तुमसे पाया मेरी बेचैन
रूह को......
2. लिया अवतार दुनिया में हमारे खातिर ही तुमने
किया है निहाल दाता जी दिखा के दर्श जी तुमने
अमावस की रात में चाँद निकल आया मेरी बेचैन रूह
को......
3. दिलों की कलियाँ खिल उठी है, देख के हंसी तेरे मुख
की
तेरे सन्मुख में आने से कटी है घड़ियाँ सब दुःख की
ऊँचे भागों वालो ने ही दर्शन तेरा पाया मेरी बेचैन
रूह को......
4. दास चरणों का बन करके, करूँ मैं जीवन भर सेवा
लगा कर तन मन सेवा में पाऊं भक्ति के मैं मेवा
जब भी तेरा ध्यान दिल में प्रभु मेरे आया मेरी
बेचैन रूह को......
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