भजन
-9
गुरु जी त्वाडा प्यार मिल जावे मैं दुनिया
तो होर की लैना
जे बख्शंहार मिल जावे मैं दुनिया तो होर की
लैना
1. एक तेरे सिवा मेरे दाता मेरा कोई सहारा
ना
उंझ लखा ही नज़ारे ने तेरे ज्या कोई प्यारा ना जे............
2. तू ही पार ब्रह्म दाता, तू चल अर्शा तो
आया ऐ
मेरी डुबदी हुई बेड़ी दा, खवैया बन तू आया ऐ
जे फड़ लवे बाह तू आज मेरी मैं दुनिया...............
3. तू कर कृपा मेरे सतगुरु, मैं श्री
आनंदपुर रहा ओंदा
जदों तक स्वांस है चलदे तेरा गुणगान रवा गोंदा
जे ऐसा उपकार मिल जावे मैं दुनिया...............
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