भजन-53
तुम्हारे सिवा ना प्रभु, चाहत
करेंगे,
कि जब तक जीयेंगे,
इबादत
करेंगे-२,
1.
नजर चाहती हैं दीदार करना, ये दिल चाहता हैं तुम्हें प्यार करना-२,
तेरे श्री चरणों के पास जब आये, मस्ती इलाही में दिल झूम जाये-२, सदा ही मिले बस-२,
प्यार
तुम्हारा, इसे अपनी खुशकिस्मत कहेंगे-२,
2.
भक्ति की दौलत से भरपूर करना, कभी श्री चरणों से नहीं दूर करना-२,
तुझ संग नाता जन्म जन्म का, सेवक को स्वामी की सच्ची शरणं का-२,
तेरी छत्र छाया से-२, चूक ना जाये, यही अर्ज चरणों में हरदम
करेंगे-२,
3.
निष्काम सेवा ही मेरा करम हो, श्री वचनों पे चलना मेरा धरम हो-२,
जीवन की नैया तेरे हवाले, चाहे तू डोबे चाहे तू बचा ले-२,
किस्मत से तुझसा-२, शंहनशाह पाया, तुझ संग ही बस मोहब्बत
करेंगे-२,
4.
हमें श्री चरणों में लगाया हैं तुमनें, दासनदास अपना बनाया हैं तुमने-२,
अगर तुम ना मिलते हम कहाँ पे जाते, किसे अपना कहते कहाँ दिल लगाते-२, खता माफ कर दो-२,
हुजूर
हमारी, कि जन्म जन्म तेरी खिदमत
करेंगे-२,
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