भजन -39
करते है दाता तेरा हर पल शुक्रिया
खुशियाँ जो दी है उसका भी शुक्रिया
हम तेरा दिया खाए तेरे ही गुण गाए
जीवन जो दिया है उसका भी शुक्रिया
खुशियाँ जो दी है उसका भी शुक्रिया
1. जब से ये देखी मैंने सूरत ये तेरी
आखों में बस गई है मूरत ये तेरी
तेरा दर्शन मुझे मिला मुरझाया फूल खिला नजरे जो दी
है
उसका भी शुक्रिया.......
2. हर पल मेरी जुबान पे हो नाम तेरा
तेरा गुणगान करना हो काम मेरा
तेरा सिमरन सदा करूँ तेरा ही ध्यान धरु वाणी जो दी
है
उसका भी शुक्रिया.....
3. तेरी कृपा से लगन लगी है
सोई हुई तक़दीर जगी है
तेरी भक्ति मुझे मिली जीवन कि राह मिली भक्ति जो दी
है
उसका भी शुक्रिया.....
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