भजन
-5
तू मेरा सतगुरु है मैं तेरा चाकर हूँ
तुझसे जुड़ी मेरी ड़ोर
तू मेरा मुर्शिद है, मैं तेरा सेवक हूँ
ओ मेरे सतगुरु, ईश्वर, शाह
1. दुनिया की दीवारे इतनी ऊँची हो जाये
रहमत तेरी सतगुरु कभी कम न होने पाये
प्यार तेरा बना रहे विनती है बार -2 तू मेरा...............
2. एक शरीर है मेरा, सौ भी हो तो बलिहारी
एक ही दिल है मेरा, सौ भी हो तो बलिहारी
दिल को मेरे है यकीन, भव करोंगे पार तू मेरा...............
3. हर पल मेरे नैना तेरा रस्ता निहारे
ये मेरा व्याकुल मन बस तुझको ही पुकारे
हर पल ही दिल को है तेरा ही इन्तजार तू मेरा...............
4. कुछ भी नहीं है तुझ बिन, तुझ बिन दुनिया
विरानी
पतझड़ सी लगती है, ये मस्त बहार बेगानी
तुझ बिन तो दिल मेरा हर पल है बेकरार तू मेरा............
5. अब न मुझे तरसाओं, मेरे सतगुरु जी प्यारे
अब तो दे दो दर्शन, नैना रो -2 के हारे
माफ करो खता मेरी, अब दिल को दो करार तू मेरा...............
****