भजन -41
जीवन तुमने दिया संभालोगे तुम
आशा हमें है विश्वास है हर मुश्किल से दाता
निकालोंगे तुम
1. साये में हम आप ही के पले, सच कर्म की राह पर हम
चले
सारे जहां की भलाई करे, हम न किसी की बुराई करे
इस
दुनियां के दुखों से बचा लोंगे तुम आशा हमें..........
2. हर पल तुम्हारा अगर साथ है, फिर हमको डरने की क्या
बात है
कठिनाइयों से ना हारेंगे हम, तुमको हमेंशा
पुकारेंगे हम
अपने
गले से हमें भी लगा लोंगे तुम आशा हमें है..........
3. छाया कही तो कही धूप है, है नाम कितने कई रूप है
हर शह में तुम हो समाये हुए, हम सब तुम्हारे बनाये
हुये
हम
जो रूठे कभी जो मना लोंगे तुम आशा हमें है...............
****