भजन -45
अखाँ थक गईयां तक-तक राह एक वारी आजा दातया
ऐना नैना दी प्यास बुझा एक वारी आजा दातया
1. तेरियाँ उड़ीकां मैनूँ बड़ा ही सतान्दियाँ -2
याद तेरी विच अँखा
भर-भर जान्दियाँ -2
ओ ऐना नैनां दी प्यास
बुझा इक वारी आजा दातया............
2. मेरी पतवार मेरी नाव तेरे हाथ है -2
डोलती है नईयां मेरी
नईयां तेरे हाथ है -2
मैनूँ भव तो पार लगा
इक वारी आजा दातया............
3. तेरा ही भरोसा मैनूँ तेरी ही लोड़ है -2
चरणां च रख भावे मेरे
विच खोट है -2
मैनूँ अपना दास बना इक
वारी आजा दातया............
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