Saturday, December 19, 2020

12. हारां वाले की देख छटा

 

भजन -12

 

हारां वाले की देख छटा मेरो मन है गया लट्टा पट्टा

 

1. जब मैं दर्शन हाल में पहुँचा -2

ऐसा नजारां कहीं ना देखा -2

जब सिंहासन का पर्दा हटा मेरो मन...........

 

2. जब मेरे सतगुरु कार पे आये -2

संगतों ने  जयकारे लगाये -2

फिर सतगुरु ने गुरुमुखों कहा मेरो मन...........

 

3. जब मेरे सतगुरु लीला है करते -2

भक्ति से सबकी झोलियाँ है भरते -2

सबपे देते है रहमत बरसा मेरो मन...........

 

4. ऐसा रूप कही ना पाया -2

मेरे मन को तो तू ही है भाया -2

सिर पे सोना रूमाला सजा मेरो मन...........

 

5. चिट्टा चोला अंग बिराजे -2

गल फूलों की माला साजे -2

सिर पे सोना रूमाल सजा मेरो मन...........

 

 

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