भजन -53
देखूँ तुझे ना जब तक सूरज ना निकले
यादों के साये -2 जिन्दगी ये गुजरे
मेरे दिल में तू ही तू है तेरी रोशनी है
तू मेरी जिंदगी है तू मेरी हर ख़ुशी है
तू ही प्यार तू ही चाहत तू ही बंदगी है
- होठों पे मेरे
सदा नगमे मिलेगे तेरे
आखों
में मेरी पिया सपने सजेंगे तेरे
तू
ही मेरा दोस्त साखी तू ही बेखुदी है तू मेरी.......
- छोड़ के दुनिया
तुझे अपना बना लूँ
सबसे
छुपा के तुझे दिल में बसा लूँ
तू
ही दिल है तू ही दिलबर तू ही आशिकी है तू मेरी........
*****