भजन
-36
लगन तुमसे लगा बैठे
जो होगा देखा जाएगा ।
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
1. कभी
दुनिया से डरते थे, के छुप
छुप याद करते थे ।
लो अब परदा उठा बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
2. कभी
यह ख्याल था दुनिया हमें बदनाम कर देगी ।
शर्म अब बेच खा बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
3. दीवाने
बन गए तेरे तो फिर दुनिया से क्या मतलब ।
तेरी गलियों में आ बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
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