भजन -47
तुम बिन कौन सहारा सतगुरु, तुम बिन कौन सहारा -4
1. तुम
मेरे सर्वस्व तुम पितु माता, और
सभी से तोड़ के नाता
पकड़ा है तेरा
द्वारा सतगुरु तुम बिन कौन हमारा तुम बिन.....
2. बंधु
सखा तुम, तुम ही परब्रह्म, तुम मेरे प्रीतम तुम मेरे जीवन
बिन तेरे नहीं
गुजारा सतगुरु, तुम बिन कौन सहारा
तुम बिन.....
3. आस
तुम्हीं विश्वास तुम्हीं हो,
मेरा हर इक स्वाँस तुम्हीं हो
तुम ही हो प्राण
अधारा सतगुरु, तुम बिन कौन सहारा
तुम बिन.....
4. नईयां
तुम पतवार तुम्हीं हो,
मेरे खेवनहार तुम्हीं हो -2
तुम ही पार किनारा
सतगुरु, तुम बिन कौन सहारा
तुम बिन.....
5. हे
गुरुदेव नमो नमामि, तुम ही हो रहबर
तुम ही हो स्वामी
किंकर
हूँ मैं तुम्हारा सतगुरु,
तुम बिन कौन सहारा तुम बिन.....
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