Saturday, December 19, 2020

1. जगत के रंग क्या देखे

 

भजन -1

 

 जगत के रंग क्या देखे तेरा दीदार काफी है

 करूँ मैं प्यार किस-किस से तेरा इक प्यार काफी है

 

1. नहीं चाहिए ये दुनियां के निराले रंग ढंग मुझको -2

  चला आँऊ मैं दर तेरे तेरा दरबार काफी है  जगत...........

 

2. जगत के साज बाजों से हुए है कान अब बहरे -2

कहां जा के सुनूँ अनहद् तेरी झंकार काफी है जगत..............

 

3. जगत के रिश्तेदारों ने बिछाया जाल माया का -2

    तेरे भक्तों से हो प्रीती तेरा परिवार काफी है जगत..............

 

4. जगत की झूठी रोशनी से है आँखे भर गई मेरी -2

    मेरी आँखों में हो हरदम, तेरी चमकांर काफी है जगत……………

 

 

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