भजन -2
नी
मैं नचना आज तेरे नाल आज मैनूँ नच लैन दे
1. दुनियां लई मैं नचया बतेरा
फिर वी कोई ना, बनया मेरा
मेरा हारां वाला घनशाम आज मैनूँ नच लैन दे............
2. पैरां दे विच घुंघरू पाके
अपने
शाम दा मैं जोगी बनके
अँखा ला
लईयाँ शाम दे नाल के आज मैनूँ नच लैन दे............
3. हुन मैं किसी कोल नईयों ड़रना
जो
मेरे मन आये मैं करना
मेरा
सतगुरु दीन दयाल के आज मैनूँ नच लैन दे............
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