भजन
-28
मेरे घर विच लहरा बहरां बड़ी मौज लगाईं
सतगुरु
हर पासे खुशियाँ खेड़े, कृपा बरसाईं सतगुरु
ने
1. चंगा पाईयें रज के खाईयें
क्यूँ न गुरां दा शुक्र मनाईये
सानु
कमी कोई न छडी हर रिझ बुगाई सतगुरु ने...
2. सतगुरु ने है किरपा किती
साडी किस्मत बदल है दिती
जदों
दुखां ने पाया घेरा साडी लाज बचाईं सतगुरु ने........
3. महगियाँ
कोठियां कारा थल्ले
जदों दे सतगुरु दे फड़े ने पल्ले
मैं
जद वी कुछ है मंगया कदें देर ना लाई सतगुरु ने......
4. कर किरपा सानु शरणी लाया
सब ऐबा ते पर्दा पाया
आज
सारे भगतां दी तां हर भूल बख्शाई सतगुरु ने.......
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