भजन
-43
गुरु चरणों में प्यार हमेशा बना रहे
कृष्ण कृपा आधार हमेशा बना रहे
1. रूठ जाये चाहे दुनिया सारी
छूट जाए सब रिश्ते दारी जुड़ी रहे भव की तार हमेशा........
2. मात पिता बंधु गुरु स्वामी
एक तुम्ही उर अन्तर्यामी मेरा यही विचार हमेशा.........
3. चरण कमल का ध्यान लगाऊँ
अन्तर मन में तुम्हें बसाऊं पक्का यह व्यहवार हमेशा बना रहे
4. कृष्ण कृपा का ये विस्तार,
गुरु कृपा का ही उपहार,
गुरुवर -2 ये उपकार हमेशा बना रहे.......
5. अंग संग मेरे नाथ तुम्ही हो
हर पल मेरे साथ तुम्ही हो ये कीकर का एतबार हमेशा........
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