Saturday, December 19, 2020

38. मुँह फेर जिधर देखूँ, मुझे

 

भजन -38

 

मुँह फेर जिधर देखूँ, मुझे तू ही नज़र आयें -2

अब छोड़ के दर तेरा, तेरा दास किधर जाये -2

 

1.    गैरों ने तो ठुकराया अपने भी बदल गए है -2

    हम साथ चले जिनके वो दूर निकल गए है -2

    मैं तेरे रहम पर हूँ -2 तू बख्शे या ठुकराये

 

2.    माना के मैं पापी हूँ मुझे खबर गुनाहों की -2

    बस इतनी सज़ा देना, मुझे मेरे खताओं की -2

    तेरे दर पे हो सिर मेरा -2, और सांस निकल जाये 

 

3.    हम खाक नशीनों की क्या खूब तमन्ना है -2

तेरे नाम से जीना है, तेरे नाम पे मरना है -2

    मरना हो तो बस तेरी -2, चौखट पे ही मर जाये

 

4.    सूरज और चंदा का आँखो में उजाला है -2

दाता तेरे चरणों में झुकता ये ज़माना है

    तेरी नज़रे कर्म हो तो -2, तेरा दास भी तर जाये

 

 

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