भजन
-24
होंगे किसी के लाखों मेरा सहारा तू है
तुम बिन गुजर है मुश्किल मेरा गुजारा तू है
1. मझदार में
थी नैया, तुमने दिया सहारा
करके जतन
तुम्ही ने, तूफ़ान से है निकाला
मांझी
तुम्ही हो मेरे मेरा किनारा तू है होंगे किसी के..........
2. भटकूँ ना अब कभी मैं मुझकों नजर वो दे दों
सब्र शुक्र भी दे दो, अपना ये दर भी दे दो
साथी तुम्ही हो मेरे मेरा सहारा तू है होंगे किसी
के..........
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