Wednesday, December 30, 2020

61.तेरे चरणों में ये दास रहे

 

भजन -61

 

तेरे चरणों में ये दास रहे तेरे चरणों के हम पास रहे

युगों युग में बने हम दास तेरे ये चरणों में अरदास रहे

 

1.     स्वांसो में मेरे तेरा नाम रहे, मेरे दिल में सदा तेरा ध्यान रहे

    मेरी आखों में तेरा रूप रहे तू मुझसे कभी न दूर रहे

    तेरी राहों पे मैं चलता रहूँ ऐसी मुझ पर बक्शीश रहे

    न दिन देखूं न रेन कहीं तेरी सेवा में मन लीन रहे

    तेरी भक्ति में रम जावां, तेरी सेवा में लग जावां इतनी सी है दिल की आरजू

    तेरे चरणों में जुड़ जावां इस दुनिया से मुड़ जावां इतनी सी है दिल की आरजू

 

2.     तू ही आस मेरी तू प्यास मेरी तेरी प्रीत का दिल में वास रहे

हर पल हर दम तेरा साथ रहे मेरा मन ये कभी न उदास रहे

मेरे जीवन की इस नईयां का इक तूही सदा मल्हार रहे

हर डगर -2 और दुःख सुख में मेरे सिर पे तेरा हाथ रहे

    तेरी भक्ति में रम जावां, तेरी सेवा में लग जावां इतनी सी है दिल की आरजू

    तेरे चरणों में जुड़ जावां इस दुनिया से मुड़ जावां इतनी सी है दिल की आरजू

 

3.     तेरी नगरी की क्या बात करूँ जहाँ आनंद ही आनंद बरसे

श्री आनंदपुर है धाम जहाँ श्री परमहंस अवतार वसे

उस नगरी में ये दास रहे तेरे चरणों के हम पास रहे

युग युग में बने हम दास तेरे श्री चरणों में अरदास रहे

    तेरी भक्ति में रम जावां, तेरी सेवा में लग जावां इतनी सी है दिल की आरजू

    तेरे चरणों में जुड़ जावां इस दुनिया से मुड़ जावां इतनी सी है दिल की आरजू

 

compulsary
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