भजन-70
करूं नित-नित तेरा ध्यान, यही
है प्रार्थना मेरी
मिले भक्ति का मुझको दान-2, यही
है प्रार्थना मेरी,
1. तेरी
लगन हो तेरी ही धुन हो, बलिहार तुझ पे हो जीवन,
दातार तेरे नाम के रंग में, हर
पल रंगा मेरा हो मन,
दे दो ऐसा प्रभु वरदान, यही
है प्रार्थना मेरी….
2. सांझ
सवेरे गुण गाऊं तेरे, पल पल मैं तुझको पुकारूं,
तुम संग दाता प्रीत लगा के, अपना
मैं जीवन संवारूं,
करो कृपा हे कृपा निधान, यही
है प्रार्थना मेरी….
3. मैं-
मैं रहूं न बस तुम ही तुम हो, जीवन में मेरे समाया,
अपना असर न डाल सके ये, मुझ
पे ‘जगत’ की
माया
मुझे छू न सके अभिमान, यही
है प्रार्थना मेरी….