भजन
-31
मेरे सतगुरु ने मुझको सब कुछ दिया है
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया
1. मिलती न मुझको गर दात तेरी
तो क्या थी जमाने में औकात मेरी
तुम्हीं
ने तो इस काबिल किया है तेरा शुक्रिया
2. तेरी रहमत पर तो अब तक जिए है
मेरे काम सारे तुम्हीं ने किए है
मिला
मुझको जो कुछ तुम्हीं ने दिया है तेरा शुक्रिया
3. बना हूँ जो कुछ मैं बदोलत तुम्हारी
मेरा कुछ नहीं बस ये है दौलत तुम्हारी
उसे
क्या कमी जो तेरा हो लिया है तेरा शुक्रिया
4. लिया कुछ नहीं अब शर्मशार हूँ मैं
तेरी रहमतों का तलबगार हूँ मैं
लिया कुछ नहीं बस दिया ही दिया है तेरा शुक्रिया
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