भजन
-36
गुरुमुख की सफल कमाई है
जिना प्रीत गुरां नाल लाई है
1. धन गुरुमुख दा जग विच आना
करके भक्ति गुरु नू रिझाना
जिंदगी सफल बनाई है गुरुमुख............
2. जिंदगी दा सुख गुरुमुख ने पाया
गुरु देव विच मन नू लगाया
सच्ची पूंजी कमाई है गुरुमुख............
3. जग विच रहंदे जग तो न्यारे
अपने प्रभु नू सदा ही प्यारे
हित चित नाल भक्ति कमाई ऐ गुरुमुख............
4. दासन दासा कर तू जोड़
नाम बिना नहीं है कही ठोर
क्यूँ मेरी -2
लाई है गुरुमुख............
*****