भजन -56
चरणों में तेरे रहकर भगवन प्यार ही प्यार मिला
श्रद्धा से जब पूजा मैंने प्यारा दीदार मिला
1. तुम
संग कैसी प्रीत लगी ये, छुटा जग मुझसे
जादू
तूने ऐसा किया कि छुटा जग मुझसे
बंधन
सारे टूट गए जब तुमने बाँध लिया श्रद्धा से जब.........
2. गुजर
गया हर पल दुःख का , जब तेरा ध्यान किया
हर
मुशकिल असान हुई जब तुमने साथ दिया
मोह
माया में फसा हुआ था अब आजाद हुआ श्रद्धा से जब.........
3. जीना
मरना सिखा भगवन जग में जी कर के
जीते
जी मर जाना कैसे ये सिखा तुझसे
तू
ही है अब मेरा मांझी नैया पार लगा श्रद्धा से जब.........
4. जहर
भी पिना कह दे अगर तू वो भी पी लेंगे
राजी
जिसमे तू है भगवन वैसे जी लेंगे
बिन
पिए मदहोश हुआ ये कैसा जाम पिया श्रद्धा से जब.........
*****