Wednesday, December 30, 2020

67. ऐसा प्रेम का रंग चढ़ाया है

 भजन-67

 

ऐसा प्रेम का रंग चढ़ाया है मेरे प्यारे सतगुरु ने

मेरा तन मन रंग में रंगाया मेरे प्यारे सतगुरु ने

 

1.    दोनों जहाँ के तुम हो वाली, मेहर करते शहनशाह आली

अपनी रहमत का दरिया बहाया मेरे प्यार सतगुरु ऐसा प्रेम का.........

 

2.    तेरी झलक को देव भी तरसे, भक्तों पे कृपा हर दम करते

ऐसा प्रेम का झरना बहाया मेरे प्यारे सतगुरु ने ऐसा प्रेम का.........

 

3.    तेरी दीवानी दर पे आई, आकर अपनी झोली फैलाई

मेरी भरदी है झोली खाली, मेरे प्यारे सतगुरु ने ऐसा प्रेम का.........

 

4.    तेरा है है सबसे प्यारा, दुनिया देखे इसका नजारा

अपनी कृपा का खोला भंडारा मेरे प्यारे सतगुरु ने ऐसा प्रेम का.........

 

 

*****