भजन -43
तेरे दर्शन का प्यारा नजारा जो पाया आज भागों से
तेरे दर का सोना नजारा मिला है आज भागों से
1. उस की किस्मत का क्या कहना
जिस पर तेरी कृपा हुई है तेरा
दीदार कितना सुहाना जो पाया...........
2. जब से तेरी शरण मिली है
जीवन की हर बगिया खिली है
मिला खुशियों का ऐसा खजाना जो
पाया आज...........
3. चेहरा तेरा नूर नुरानी
खुशियाँ मिलती है नुरानी
मेरे जीवन का तू ही सहारा जो
पाया...................
4. हाथ दया का सर पर धरना
चरण कमल से दूर न करना
ओ मेरी रूह का तू ही आधार जो
पाया.........
*****