भजन -27
पायो जी मैंने राम रतन धन
पायो
1. वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु
कृपा कर अपनायो पायो जी मैंने…………..
2. जन्म जन्म की पूंजी पाई
जग में सबी खुमायो पायो जी मैंने…………..
3. खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे
दिन दिन बढ़त सवायो पायो जी मैंने…………..
4. सत की नाव खेवटिया सतगुरु
भवसागर तर वायो पायो जी मैंने…………..
5. मीरा के प्रभु गिरिधर नगर
हर्ष हर्ष जस गायो पायो जी मैंने…………..
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