भजन -12
ऐ मेरे सतगुरु प्यारे, सुंदर दर्शन नित पाये -2
श्री चरण कमल में आके नित नई खुशियाँ हम पाएँ -2
1. दर्शन की है तासीरे, मिटे जन्म जन्म की पीड़े
पल में पलटे तकदीर, किस्मत की पलटे लकीरे
जन्मों के मल धुल जाएँ -2, जो तेरे समीप आए -2
ऐ मेरे सतगुरु...........
2. आशा अभिलाषा यही है, जब जब भी दर्शन पाएँ
प्रभु प्रेम विभोर होकर, तेरी महिमा के नगमें गायें
इस अलौकिक शक्ति के आगे -2, श्रद्धा से शीश झुकाएँ -2
ऐ मेरे सतगुरु...
3. श्री चरणों में अढ़सठ(68)
तीर्थ, निश दिन ही निवास है करते -2
जिज्ञासु प्रेमी जन आकर, इसमें मंथन है करते
श्री दर्शन की मस्ती में -2, तन मन की सुधि भुलाये -2
ऐ मेरे सतगुरु...
4. है दासों की अरदास, राखों चरण कमल के पास
प्रेमा भक्ति की ये दात, मांगे हम तुमसे ऐ नाथ
वरदान में तुमको ही पाएँ -2, श्री चरणों की सेवा कमाये -2
ऐ मेरे सतगुरु...
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