भजन
-25
जग तारण को आये श्री परमहंस अवतार
ज्ञान का दीप जगा करके दूर किया अंधकार
1. भवसागर में जिसकी नईयां तुम्हीं बचाते बन के
खिवईयां -2
तभी तो ये जग
सारा, कहे तुमको तारण हार ज्ञान का.............
2. क्या क्या गुण गाएँ प्रभु तेरे चरणों में तेरे सुख
है घनेरे -2
पावन श्री चरणों
में, हम जायें जी बलिहार ज्ञान का................
3. गगन में जितने चाँद सितारें अनगिणत उपकार तुम्हारें
-2
तेरी रहमत से
सुख पाये, ये सारा संसार ज्ञान का................
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