भजन -16
श्री परमहंसो
की ये टोली,
जिनकी मीठी मीठी बोली -2
देवता गण भी
स्वागत में आए,
फ़ूलों की वर्षा बहाये -2
1. सच्ची खुशियाँ लुटाने है आयें, भक्ति का झण्डा फिराएं
खुशियों
से भरी आँसुओ की, धारा
बहकर चरणों को धो ली
श्री
परमहंसो की ये टोली...........
2. भागो वाली ये शुभ ही घड़ी है, नत मस्तक होने लगी हैं
मेरे
मालिक दया के समुंदर, नाम भक्ति की भर लूँ मैं झोली
श्री
परमहंसो की ये टोली...........
3. भटकी रूहों को पार लगाएँ, जीव आनंद रूप हो जाएँ
गुरु
भक्ति कर लूँ मैं तेरी, नाम रंग मे रंगाऊँ चोली
श्री
परमहंसो की ये टोली...........
4. भक्ति का खजाना है लाएँ, जीव काग से हंस बनाएँ
गुरु
दास के दिल की ये धड़कन, महिमा गा-गा के खुशियाँ मनाएँ -2
श्री
परमहंसो की ये टोली...........
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