Monday, December 28, 2020

34. गुरुदेव तुम्हारी महा महिमा

 

भजन -34

  

गुरुदेव तुम्हारी महा महिमा -3 आ सकती नहीं है वर्णन में -2

चाहे लाख ज़ुबान हो इक मुख में -2, और लाखों ही मुख हो इक तन में -2

 

1. युग-युग अवतार धरत हो तुम, सृष्टि के पाप हरत हो तुम -3

   पूर्ण स्वामी समर्थ हो तुम -2, भूमि का पाप उतारन में -2

   गुरुदेव तुम्हारी..........

 

2. संसार में आग भड़कती हैं, इक तेरी ही शरण में शांति हैं -3

   मुझे तेरी दया से सदा ही रहें -2, विश्वास तुम्हारे वचनन में -2

   गुरुदेव तुम्हारी..........

 

3. सब कष्ट हमारे दूर करो, माया की दुविधा चूर करो -3

   निज करुणा से भरपूर करो -2, भक्ति अपनी मेरे मन में -2

   रहें दास को तब आधार तेरा, और ध्यान तुम्हारे चरणन में -2

   गुरुदेव तुम्हारी..........

 

 

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