भजन -15
मेरा सतगुरु
एक सहारा -2 जीवो का तारणहारा
मेरी पार लगा
दो नईयां,
सतगुरु जी तेरा सहारा -2
1. शुभ ज्ञान की ज्योति जला कर, उपदेश मुझे ये दे दो -2
चौरासी
(84) में जीव ना भटके, संदेश मुझे ये दे दो -2
उस ज्ञान
का अमृत पी कर, चमके
किस्मत का तारा
मेरी पार
लगा दो नईयां...........
2. ब्रम्हा, विष्णु, शिव शंकर उन सब से बढ़कर तुम हो -2
नर रूप
में हो नारायण,
त्रिलोक से ऊपर तुम हो -2
तुम हो
बुद्धि के सागर,
सतगुरु हो जग से न्यारा
मेरी
पार लगा दो नईयां...........
3. इस तन को बना दो कंचन, माया का ना हो फिर बंधन -2
करूँ सदा
तेरा मैं कीर्तन,
महकूँ बनके मैं चन्दन -2
मैं बहती
हुई धारा हूँ, तू
मेरा खेवन हारां
मेरी पार
लगा दो नईयां...........
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