भजन
-4
ले गुरु का नाम बंदे यही तो सहारा है
ये जग का तारण हारां है ले गुरु का नाम
1.
तारीफ
क्या करूँ इस दीन दाता की, दयालु नाम है -2
दीन दुखियों
के दामन को भर देते, प्रभु का काम है -2
लाँखों की
किस्मत को इस नाम ने सवांरा है
ये जग का तारण
हारां है................
2.
कौन
है तेरा क्या साथ जायेगा, गुरु का ध्यान कर -2
झूठी है ये
काया धोखे की है माया, सतगुरु को याद कर -2
अनमोल ये चोला क्यों गुरु को भुलाया है
ये जग का तारण हारां है...................
3.
क्या
भरोसा है अनमोल जीवन का, मालिक को याद कर -2
क्या भरोसा है
इस जिंदगी का, यूँही ना बेकार कर
-2
सौंप दे पतवार
फिर तो सामने किनारा है
ये जग का तारण
हारां है...................
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