Monday, December 28, 2020

29. बंदगी बिन पार भव

 

                  भजन -29

 

बंदगी बिन पार भव से जाएगा कैसे

बंदगी बिन बंदा तू कहलाएगा कैसे

1. आया था भक्ति को तू क्या कर रहा

  दो घड़ी सत्संग से क्यों तू डर रहा -2

  बंदगी बिन तू ठिकाना पाएगा कैसे बंदगी बिन...... 

 

2. मन जो सतगुरु के हवाले ना किया

  आंखो से गर ज़ाम उल्फ़त ना पिया -2

  प्यार फिर सतगुरु का प्रेमी पाएगा कैसे बंदगी बिन......  

 

3. शब्द तेरी जिंदगी का सार है

   शब्द ही परलोक का आधार है -2

   शब्द बिन परलोक में इज्ज़त पायेगा कैसे बंदगी बिन......

4. आँख मुख और कान तीनों बंद कर

   सुरति अपनी शब्द के पाबंद कर -2

   पीरों मुरशद बिन मगर, तर पाएगा कैसे बंदगी बिन......

 

5. धूलि चरणों की चढ़े जो शीश पर

   ध्यान लग जाएँ अगर जगदीश पर -2

   फिर भला बंधन में दासां आएगा कैसे बंदगी बिन......

                     

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