Monday, December 28, 2020

33. दिया मेरी मंज़िल को

 

भजन -33

 

दिया मेरी मंज़िल को तूने ईशारा -2

उम्र भर ना भूलूँगा एहसान तुम्हारा -2 दिया मेरी मंज़िल....

 

1. रूहानी मस्ती तेरे गीत में है, के नूरानी मस्ती तेरी प्रीत में है -2

   भरोसा है मुझको तो -2 है बस तुम्हारा दिया मेरी..........

 

2. ये निश्चय हुआ तुझसे, सत्य ज्ञान पाकर -2

   गुरु रूप बैठे हैं भगवान आकार -2

   मिलेगा तो तुमसे ही -2 भव का किनारा दिया मेरी..........

 

3. भले दिल में आता है, जज़्बा गुरु का -2

  खुदा से भी ऊँचा है रुतबा गुरु का -2

  बख्शों शब्द जो है -2 मुक्ति का द्वारा दिया मेरी..........

 

4. कृपा करके सुरति, गगन में चढ़ा दो -2

   सुना दो सुना दो अनहद् सुना दो -2

   बहता सा दिल में-2 अमर रस तुम्हारा दिया मेरी..........

 

 

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