भजन -28
ऐ मेरे सतगुरु
जी मेरे मन के देवता -2
कोई हुआ ना
होगा -2 प्रभु तेरी शान का -2
ऐ मेरे सतगुरु
जी मेरे मन के देवता -2
1. अवतार यूं तो दुनियां में आयें बड़े बड़े -2
उनकी बड़ाई कोई, कहाँ तक बयां करें -2
तुझसा मगर किसी को ना देखा नहीं सुना कोई हुआ....
2. आंखो से रस पिलाते हो अमृत का घोल कर -2
दिल सबके बांध लेते हो, दो लब्ज़ बोलकर -2
और अपना प्यार बख्शते हो वो अलग नशा कोई हुआ....
3. जिसको भी अपने नाम की कश्ती चढ़ा लिया -2
बे खटके उसको पार किनारे लगा दिया -2
ये अपनी खुशनसीबी है तुझसा मल्हार मिला कोई हुआ....
4. दिल में तो तेरे प्यार का बजता है मधुर राग -2
आंखो में तेरा रूप है सीने में तेरी याद -2
मुझपे है जाने तूने क्या जादू कर दिया कोई हुआ....
5. हर दम ही तेरे प्यार में ये दिल रंगा रहें -2
बख्शीश की नज़र दास पर कुछ इस तरह रहें -2
मैं तेरा बना रहूँ, तू हमेंशा रहें मेरा कोई हुआ....
*****