Monday, December 28, 2020

35. जिस घड़ी सतगुरु जी

 

भजन -35

 

जिस घड़ी सतगुरु जी तेरा जिस घड़ी सतगुरु जी तेरा

दीदार प्यारा पा लिया-2 मैने इस दुनिया में जन्नत का नज़ारा पा लिया-2 जिस घड़ी सतगुरु जी तेरा

 

1. गम का मारा दिल हमारा, रात दिन बेयख्तिया-2

   इक झलक पाने को तेरी, हामिहायत बेकरार

   तुझको पाकर गम के तूफान, से किनारा पा लिया जिस घड़ी..........

 

2. मिल गई राहत, दो आलम की पनाहो में तेरी-2

   क्या कहूँ जादू भरी, मीठी निगाहों में तेरी

   जानो दिल कुर्बान करने-2, का ईशारा पा लिया

   मैने इस दुनिया में जन्नत, का नज़ारा पा लिया जिस घड़ी..........

 

3. तेरे कदमो में बिछी, रहती है जन्नत देख ली-2

   मुस्कुराती हमने अपनी, आज किस्मत देख ली

   जिसने किस्मत को संवारा-2, वो सितारा पा लिया

   मैने इस दुनिया में जन्नत, का नज़ारा पा लिया जिस घड़ी.............

 

4. ये हवा ये रुत ये लम्हे, ये बहारे जिन्दगी-2

   ये मोहब्बत की फिजाए, मै ना भूलूंगा कभी

   दास हर गम को भुलाने-2, का सहारा पा लिया

   मैने इस दुनिया में जन्नत, का नज़ारा पा लिया जिस घड़ी...........

 

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