भजन -32
देखो रे देखो
रे प्रेमियों, शोभा
अनुपम आनंदसर की -2
1. बरस रही आनंद की वर्षा, पवन,
सुमंगलकारी हैं -2
परमहंस
अवतार महापुरुषों की ये फुलवारी है -2
प्रेम
मतवाली है देखो डाली - डाली -3 देखो रे..............
2. शोभा, सुषमा निरख -2 कर, सुध-बुध मन की है बिसरी -2
इष्ट देव
पूरण प्रभु पाये, आस
लगी हैं दर्शन की -2
प्रेम
मतवाली है डाली डाली -3 देखो रे..............
3. नाच रहें है मोर पपीहे, प्रेम की ये फुलवारी है
चंदन
ख़ुशबू महक रहीं हैं, देव
गण सुमन बरसाते -2
प्रेम
मतवाली है डाली- डाली -3 देखो रे..............
4. लहर-लहर इठलाती बहती, श्री आनंदसर की धारा -2
बैकुंठों
मे भी नहीं होता, ऐसा
अनुपम दिव्य नज़ारा -2
प्रेम
मतवाली है डाली- डाली -3 देखो रे..............
5. रंग बिरंगे फूल खिले हैं, घेरे प्रभु की निज छाया -2
लगा रहें
चित चरण कमल में,
व्यापे ना कभी मन को माया -2
प्रेम
मतवाली है डाली- डाली -3 देखो रे..............
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