भजन
-7
मैं तो सतगुरु
के गुणवाद गाऊँ वारी चरणों मे जाऊँ
1. आए जग जीवों को पार करने -2
डूबी
रूहों का निस्तार करने -2
शरण लग मैं भी
भव पार जाऊँ वारी चरणों..........
2. मेरे सतगुरु की महिमा निराली -2
डूबती मेरी नईयां बचा ली -2
क्या-क्या उपकार कह के सुनाऊँ वारी
चरणों...........
3. दासों का दास मुझको बनाना -2
अपने चरणों मे देना ठिकाना -2
गीत तेरे हमेंशा मैं गाऊँ वारी चरणों............
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