भजन -19
तेरे दर पे
सिर को झुकाना ना भूले -4
तू ही तू का
ये तराना न भूले,
तराना न भूले...
1.
जन्मों से बिछड़ी भटकी ये आत्मा...
मिलाया हैं तूने पति परमात्मा -2
अपना इसे अब बनाना ना भूलें तेरे दर
पे..........
2. मेरे गुरुदेव तूने जीना सिखाया...
कहाँ से
कहाँ पर हमें है बिठाया -2
तेरी रहमतों को सुनाना ना भूलें तेरे दर
पे..........
3. वैसे तो प्यार यहाँ सभी करते
आए...
प्यार वो
सही है जो प्यार निभ जाये -2
आखिरी दम तक निभाना ना भूलें तेरे दर
पे..........
4.
कदमों में तेरे खुद को मिटाएँ...
जैसा तू चाहें हम चलते जाएँ -2
जगत में ये तेरा निशाना ना भूलें तेरे दर
पे..........
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